राघव ने इधर-उधर देखा पर डॉली इनके बीच नहीं थी। राघव ने घबरा कर सुनीता से पूछा - " कहां गई डॉली ? अभी तो यहीं थी। "राघव और सुनीता डॉली को चारों तरफ ढूंढने लगे लेकिन डॉली उन्हें कहीं नहीं मिली।वे दोनों अवाज लगाने लगे - " डॉली ...डॉली. कहाँ हो तुम ? "पर कोई जवाब नहीं आ रहा था। राघव घबरा गया उसके माथे पर पसीना छलक आया। वह बहुत परेशान हो गया।उधर सुनीता का दिल धड़कने लगा। उसके मन में एक अनजाना सा डर बैठ गया। उसे लगने लगा कहीं ऐसा तो नहीं कि डाली को कुछ