प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग १५

  • 6.9k
  • 4.6k

फिर वहां से सब ऊटी पहुंच गए और अब फिर से सब अपने अपने कमरे में जाकर नहा धोकर तैयार हो कर नाश्ता करने बैठ गए।नैना ने कहा पापा जी मैं अब फिर से प्रैक्टिस करना चाहती हुं।रमेश ने कहा अरे ये तो अच्छी बात है बेटा।तुम कब से करोगे?हिना ने कहा जितना जल्दी हो सके।।राज ने कहा अरे वाह क्या बात है पापा आपने बहुत ही जल्दी हामी भर दी।मेरे समय तो महीनों तक हामी नहीं भरते थे।।रमेश ने कहा तुम्हारी बात और है ये बेटी अपनी सब कुछ छोड़ कर यहां है हमारी वजह से!राज थोड़ा उखड़ गया