प्रश्नकर्ता : पूज्यश्री, फेन्ड्स से कैसी और कितनी लिमिट तक एक्सपेक्टेशनस् रखनी चाहिए? पूज्यश्री : जीरो एक्सपेक्टेशन रखनी चाहिए और एक्सपेक्टेशन पूरी होने की आशा कभी नहीं रखनी चाहिए। किसी को कुछ देने का भाव रखना! हम क्यों भीख माँगे कि मैंने तुम्हारे दस काम किए। तुम्हें मेरा एक काम तो करना चाहिए ना! हम क्यों भीखरीपना करें? प्रश्नकर्ता : लेकिन फेन्डशिप में कहीं ना कहीं एक्सपेक्टेशनस् आ ही जाती हैं। पूज्यश्री : हाँ, लेकिन अगर एक्सपेक्टेशनस् फूलफील नहीं हों तो रेडी रहना चाहिए कि संयोगवश पूरी ना भी हों। मुझे क्लेश नहीं करना है। जब अपेक्षा पूरी ना हो