इस कहानी को समझने के लिए पिछले दोनों भागों को पढ़ेंयह सुनकर मैंने पूछा- कैसे ??तब चैत्रा ने बोला - 1 महीने पहले मेरी दीदी एक लड़के से प्यार करती थी। लेकिन पापा को यह रिश्ता मंजूर ना था। लेकिन दीदी उस लड़के के प्यार में पागल हो गई थी उन्होंने मंदिर में शादी करने का सोचा।दीदी ने अपना और उस लड़के का कुंडली मिलान करवाने के लिए उस लड़के से उसका कुंडली मांगा, लेकिन वह लड़का बहाना बनाते हुए बोला- वह..वह.. तो मेरा जन्म कुंडली खो चुका हैदीदी- नहीं जब तक हमारी कुंडली नहीं मिल जाए तब तक हमारी