उजाले की ओर –संस्मरण

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=========== स्नेही मित्रो ! नमस्कार ( किट्टी पार्टी) वैसे मैं किट्टी पार्टी जैसी पार्टियों के समर्थन में कभी नहीं रही, मुझे सदा यह महसूस होता रहा कि यह सब समय गुज़ारने के साधन हैं, जिनके पास खाली समय है, उनके लिए यह एक अच्छा शगल हो भी सकता है । यदि आप कुछ मौलिक सर्जनात्मक कार्य करना चाहते हैं तब इस प्रकार समय का दुरूपयोग मेरी बुद्धि में नहीं आता । यदि आप एक बार अपने आपको इस प्रकार की व्यस्तताओं से जोड़ लेते हैं तब आपके अन्य सृजनात्मक कार्य वहीँ ठिठक जाते हैं जहाँ से आप उन्हें लेकर चले