मन वृत्ति और चित्त

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मन वृत्ति और चित्त आज मन बहुत परेशान और उदास था और कारण एक ही था और कारण एक ही था अफगान मोहल्ले में उसकी हुई करारी शिकस्त हुई थी । बरसों बरस अफगान मोहल्ले में मन अपने पैर जमाए बैठा था । इससे पहले भी वो मोहल्ला वितानी और मोहल्ला तेल वालों का में और इसी तरह कई और जगहों पर राजा की तरह दबंगई से अपना रोब जमता आया था। सब लोग डरते थे उससे क्यांकि वो अपने मतलब के लिए कुछ भी कर सकता थ । अब मन को आप यह समझ लीजिए कि या तो वह