मै बांदीकुई गया तब ताऊजी से बात करने पर पता चला।वह बांदीकुई में कई जगह गया और एक दूसरे से रिश्तेदारियों का जिक्र करकेऔर मेरी पत्नी मेरे पास आ गयी थी।तब मैं रावली में रहता था।पहले कमरा पहली मंजिल पर था।पर शादी से पहले सबसे ऊपर एक कमरा था वह किराए पर ले लिया था।।बात पत्नी के पहली बार नाराज होने कीउस दिन मेरा रेस्ट था।रेस्ट वाले दिन हम पिक्चर देखने जाते थे।घर से आते समय नुक्कड़ पर एक पान की दुकान थी।कभी कभी मैं पान खा लेता था।मैंने उससे पान लिया और खा लिया।पत्नी से नही पूछा तो वह