Prem Ratan Dhan Payo - 13

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कोई खुशी नही दे पाएंगे हम । हां बस जिंदगी का सबसे गहरा ज़ख्म बनकर रह जाएंगे । " दिशा ये कहते हुए सिसकने लगी थी , तभी उसी कमरें से कुछ आवाजें आई । दिशा अपने कमरे में चली आई । कोई दरवाजा नोंक कर रहा था । दिशा दरवाजा खोलने के लिए आगे बढ गयी । उसने दरवाज़ा खोला तो देखा बाहर गायत्री खडी थी । उसके हाथों में दूध का गिलास था । गायत्री अंदर आते हुए बोली " दिशा तुम सो तो नही गयी थी न । " " नही भाभी बस बालकनी में टहल रही