“पंजाब से आये हैं..” एक रिश्तेदार की शादी में अलग अलग राज्यों से अतिथि सम्मिलित हुए। कोई महाराष्ट्र से आये, कोई उत्तर प्रदेश से आये, कोई गुजरात से आये तो कोई मध्य प्रदेश से आये किन्तु विषय है "पंजाब से आये हैं।" भारत देश का संविधान सबको एक नज़रिये से देखने का दावा करता है वो बात अलग है हम धर्म में बंटें हैं, जाति-उपजाति में बंटें, लिंग से बँटे हैं पर, भाषाओं से बँटे हैं, और कुछ तो रंग और नस्लों में बंटें हुए हैं किन्तु मैं स्तब्ध था कि इस सब से परे एक नजरिया राज्यों में