आगे....... राज मन ही मन बहोत परेशान रहने लगा। ठीक से खाना तक नहीं खाता था। सबके सामने मुस्कुराता पर अंदर से वो बिल्कुल अकेला महसूस करता। एक तरफ निया और एक तरफ उसका परिवार, एक तूफांन चल रहा उसके मन मे।वो गलत तो नहीं था उसे परिवार और प्यार दोनों ही चाहिये था। इसी नादानी मे उसने अपने भाई - भाभी दोनों को दुःखी कर दिया था। भाभी के लिये जैसे राज उसका छोटा भाई था। वो यही चाहती थी की राज हमेंशा खुश रहे। उसीने अपने सास ससुर से बात की। उनको राज और निया के, रिश्ते के