दुख आदमी को चिंतन करने पर मजबूर करता है। दुखी होकर आदमी अपनी उन गलतियों को याद करता है, जिसे करने से वह बच सकता था। दुख में वह उनके बारे में भी सोचता है, जिनके बारे में उनकी सोच ज्यादा बेहतर नहीं रही होती। रमन से उसके संबन्ध उस समय से बढ़िया थे, जबसे उसने रश्मि को स्वीकार कर लिया था, लेकिन शुरुआत में वह रमन के स्वभाव से परेशान रहता था। रमन का स्वभाव अब भी उसे हैरान कर रहा है। वह सोच रहा है रमन उससे लड़ती क्यों नहीं? बेटे के मौत को वह इतनी आसानी से