उनकी भीगी निगाहे से देखना हमारा दिल चीर सा गई.......!! झटके से दरवाजा खुला धानी जो आंखों पर हाथ धरे लेटी थी l भीनी सी खुशबू आई धानी अच्छे से पहचानी थी उसकी आँखें चमक के साथ साथ नाराजगी के भाव भी थे l फिर मुहँ फेर कर लेट गई l वो आवाक से खडा रह गया l अपना सिर झटका.... उसे अच्छे से पता था यही होने वाला है l मायूर अंदर आते हुये कैसी हो अब आराम है कि नहीं? उसके पास बैठते हुये पूछा! धानी यूही लेटी रही कुछ ना बोली! आराम है कि नहीं धानी कुछ