कहते है, यदि आपको ब्रम्हांड ( दुनिया ) को जानना है, तो सबसे पहले स्वयं को जानो। हमारा संपूर्ण ब्रह्मांड ऊर्जा से बना हुआ है और हमारा शरीर भी उसी ऊर्जा का एक हिस्सा है हमारे शरीर के भीतर साथ अलग-अलग ऊर्जा केंद्र हैं और इनमें इन जिनको चक्र कहा जाता है| शरीर में मौजूद इन चक्रों का बुनियादी ज्ञान हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को कई गुना तक बढ़ा सकता है|चक्र क्या है ?प्राचीन काल के ग्रंथों से पता चलता है कि चक्रों की उत्पत्ति प्राचीन हिंदू और बौद्ध परंपराओं से हुई है|चक्र शब्द संस्कृत शब्द 'चक्र' से लिया