गरीब की इज्जत - पार्ट 4

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जब वह गहरी नींद में चली गयी तब उसने मोके का भरपूर फायदा उठाकर उसकी इज्जत लूट ली थी।बदहवास,परेशान घर लौटते समय लाजो उस दानव जंगलात के अफसर के बारे में ही सोच रही थी।औरत को सबसे ज्यादा अपनी अस्मत प्यारी होती हैं।इज्जत औरत की दौलत है।आबरू की रक्षा के लिए वह अपने प्राण भी दे सकती है।इज्जत,इज्जत होती है।वह चाहे गरीब औरत की हो चाहे अमीर औरत की।इज्जत की रक्षा के लिए पद्मावती जैसी न जाने कितनी औरतों ने जौहर करके अपने प्राण दे दिए।लाजो सोच रही थी।वह अपनी इज्जत लूटने वाले से बदला जरूर लेगी।अपने पति जस्सो को