साथ जिंदगी भर का - भाग 36

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Yippee रूद्र दा टुडे आई एम वेरी हैप्पी आस्था खुश होते हुए ही रूद्र के कमरे में आ गई स्वप्न और रूद्र वहां पढ़ाई कर रहे थे भाभीसा आपके एग्जाम खत्म हुए हैं हमारे नहीं तो डोंट डिस्टर्ब रूद्र तभी तो आपको बताने आए हैं हम तो आजाद हो गए और आप अब तक कैद हैं आस्था कहते हुए हंसने लगी वैसे पता है रूद्र दा कुंवर जी और हमने पिकनिक प्लान की थी और हम आपको यही छोड़कर चले जाएंगे और ना वहां बहुत बहुत मजे करेंगे आस्था उसे चिढ़ाने का एक भी मौका नहीं छोड़ रही थी स्वप्न