आस्था इधर आइए सुनीता जी ने आस्था को बुलाया छोटी महा लेकिन हम कैसे सामने आए आस्था ने जी रखते हुए कहा आप चलिए हमारे साथ सुनीता जी ने बिना उसके कुछ सुने उसे ले आए यह कौन है सुनीता जी दुष्यंत जी ने आस्था को देखते हुए कहा यह आस्था है हमारी बेटी बहुत खास है हमारे लिए और हमारे साथ ही रहती है अब सब से आपकी मुलाकात हो ही गई थी तो सोचा क्यों ना हमारे घर के सबसे छोटी सदस्य से भी आपकी मुलाकात करवाई जाए नेता जी ने सबके और देखते हुए कहा एकांश के