समय तेजी से आगे बढ़ रहा था और उसके साथ बढ़ रही थी एकांश की मोहब्बत और आस्था की उससे दोस्ती एकांश के छोटे बड़े काम आस्था पहले भी करती थी लेकिन अब वही काम वह पूरे हक़ से कर रही थी बाकी घर में हर कोई उससे अच्छे से बात करता था भाभी सा हमारी कॉफी ऐश्वर्या रेडी है दी बस 2 मिनट आस्था उत्तरा के कमरे में भिजवा दीजिए प्लीज ऐश्वर्या ओके आस्थ नहीं कहा और ट्रे में दो कब उतरा के लिए कमरे में और एक कप एकांश के कमरे में भिजवा दीजिए आस्था कुंवर सा की