साहिबा आज अपनी सजा पूरी कर जेल से रिहा होने वाली है। वैसे तो सजा अभी अढ़ाई साल और बाकी है पर उसके अच्छे स्वभाव और शांत व्यवहार से अढ़ाई साल सजा कम हो गई उसकी। आज सुबह से ही जेल में बंद सब महिला कैदियों की आंखे नम थी आखिर इतनी प्यारी सी मासूम बच्ची आज उन्हें छोड़ कर जा रही थी पर साथ - साथ खुशी भी थी आज ये बच्ची बिना गलती के भोग रही सालो की सजा से आज आजाद हो जाएगी। जेलर साहब की आंखों के सामने आज साढ़े सात साल