तेरे लबों की मुस्कान: इश्क़ के राज़

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भाग 1तेरे लबों की मुस्कान: इश्क़ के राज़इश्क़ भरी ये दुनिया है, रंग लाती हर छांव,तेरे लबों की मुस्कान से जगमगाती हैं सारी रात।उन क़दमों की आहट से उठती हैं धूप की बौछार,तेरे लबों की मुस्कान रच देती हैं ख्वाबों की बारी।जब तू हँसती हैं, दुनिया की सारी हंसी ढल जाती हैं,तेरे लबों की मुस्कान से सबकी खुशियां जगमगाती हैं।इश्क़ का आलम हैं, ये तेरे लबों की मुस्कान के साथ,हर रिश्ते को नयी ज़िंदगी देती हैं तेरी हंसी का साथ।तेरी हंसी की मेहफ़िल में जगमगाती हैं रातें,तेरे लबों की मुस्कान से फ़िज़ा बन जाती हैं साथ।इश्क़ के राज़ हैं, तेरे