जानकी और मैथिली कावेरी को नीचे ले आए और उन्हें पूनम जी के बगल में सोफे पर बिठा दिया । वही मैथिली और जानकी उन दोनों के ठीक पीछे जाकर खडी हो गयी । कावेरी के पिता सतीश जी ने कहा " मिलिए हमारी बडी बेटी कावेरी से और ये हमारी छोटी बेटी मैथिली हैं । " मैथिली और कावेरी दोनों ने हाथ जोड़कर उन्हें नमस्ते कहा । सतीश जी जानकी की ओर देखकर बोले " ये हमारी बेटियों की सहेली हैं जानकी , हमारी बेटी की तरह ही हैं । " जानकी ने भी सबको नमस्ते कहा । लडके