राधारानी का प्रेमएक बार अधिक गर्मी पड़ने से राधारानी का चेहरा थोड़ा क्लांत हो गया।यह देखकर कीर्ति मैया को बड़ी चिंता हुई।कीर्ति मैया ने ललिताजी को बुला कर कहा-"ललिते! अब कुछ दिन राधा कहीं बाहर नहीं जाएगी। तुम इस बात का ध्यान रखना।मैं नंदरानी को कहलवा दूँगी, कुछ दिन राधा रसोई करने नहीं जाएगी, वो कृष्ण के लिए भोजन रोहिणी से बनवा ले।पूरा ब्रज जानता है राधा के बाद कोई अमृत तुल्य भोजन बनाता है तो वो है माता रोहिणी।और यदि यशोदा अधिक आग्रह करे तो मैं तीनों समय राधा के बनाए मिष्टान्न कृष्ण के लिए भिजवा दिया करूंगी।पर राधा