शरारत की भी सीमा होती है... पता नहीं कोई हया लिहाज नहीं है इनमें... तीन वर्षीय अनीश को गोद में उठाए सीमा बड़बड़ाती हुई बालकनी से अंदर कमरे में घुसी अरे क्या हो गया... और ये इतना गुस्सा किस बात पर हो रहा है दिनेश ने अपनी पत्नी सीमा का लाल - पीला चेहरा देख पूछा - वो सामने वाले मोहल्ले में कोने का दूसरे माले की हवेली है ना उसकी बालकनी में से एक बूढ़ा खूसट कई दिनों से मुझे घूर रहा है.... सीमा ने मुंह बनाकर कहा और गोद से नन्ही से अनीश को बिस्तर पर लिटा दिया