फिर सब दिल्ली वापस आ गए। सपना का दिल नहीं लग रहा था उसको तो और घुमना था।दादी मां ने कहा अच्छा बाबा मैं अब जाऊंगी।माया ने कहा हां दादी मां हम सब जाएंगे।दादी मां ने कहा हां मुझे बड़ा मन है।फिर माया ने कहा अरे दादी मां आओ पैर की मालिश कर दूं।दादी मां ने कहा हां ठीक है मेरी बच्ची।कुछ देर बाद ही माया ने दादी मां के पैर दबा दिया था।फिर तेल गरम करके माया ने बहुत ही अच्छे से दादी मां की पैरों पर मालिश करने लगी।दादी मां ने कहा जुग जुग जियो मेरी बच्ची।।माया ने