राजकुमारी कृष्णाकुमारी :- जिसके लिये तनी थीं तलवारें... यह हिन्दुस्तान के इतिहास के उस दौर की दास्तान है जब एक ओर जहां मुगल बादशाहों की शक्तियां ढलान पर थीं और देश के राजे-रजवाड़े अपना वर्चस्व क़ायम करने के लिए एक-दूसरे से लड़-भिड़ रहे थे। दूसरी ओर ईस्ट इंडिया कंपनी अपने पांव पसारने की जुगत में लगी हुई थी। इस पृष्ठभूमि में राजकुमारी कृष्णाकुमारी का प्रसंग आता है । वैसे तो राजकुमारी का सम्बंध राजस्थान की रियासत उदयपुर से था लेकिन इसके बावजूद देश की राजनीतिक परिदृश्य पर उसके दूरगामी प्रभाव पड़े। राजकुमारी कृष्णाकुमारी (10 मार्च, 1794 – 21 जुलाई, 1810)