एक लड़की थी..

  • 4.8k
  • 2
  • 2.1k

शाम का समय था,सूरज डूबने वाला था और रामवृक्ष गाँव की पहाड़ी पर स्थित पुराने मंदिर आ पहुँचा था,उसका मन आज बहुत ही खिन्न था,प्रेम में हारा हुआ युवक सिवाय निराश होने के और कर भी क्या सकता है?वो जिस लड़की से प्रेम करता था,उस लड़की ने रामवृक्ष को ठुकरा दिया था और वो अब अपने पिता की पसंद के लड़के से ब्याह करने जा रही थी,आखिरी मुलाकात के वक्त उसने रामवृक्ष से कहा.... "तुम मुझे क्या दे पाओगे जीवन में?मेरे पिता ने जहाँ मेरा रिश्ता तय किया है वो लड़का बहुत ही अमीर है,मुझे वहाँ सारी सुख सुविधाएँ मिलेगीं,उस