भाग 107 बच्चे बड़े ही लाड़ प्यार और सुख सुविधा के बीच बड़े होने लगे। बड़े ही प्यार से महेश ने बेटे का नाम पवन और बेटी का नाम पूर्वी रक्खा। पैसे की कोई कमी थी नही थी इस लिए जवाहर जी ने अपनी नौकरी छोड़ दी। पटना उन दोनो का आना जाना लगा रहता था। तभी किसी केस के सिलसिले में महेश का पुराना दोस्त विक्रम खुराना दिल्ली से आया। महेश ने उसे होटल की बजाय जिद्द कर के अपने घर में रोक लिया। दो दिन रहा विक्रम। उसने दिल्ली की वकालत और वहां के माहौल के बारे में