कटासराज... द साइलेंट विटनेस - 97

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भाग 97 फिर अमन विनती करते हुए बोला, "पुरु..! चलो ना..उतर चलते हैं। कही बिना पहचान के अपनी नई जिंदगी शुरू करेंगे। सारी मुसीबत की जड़ ये पहचान ही तो है कि मैं मुस्लिम हूं तुम हिंदू हो। हन एक अच्छे इंसान बन कर अपनी नई जिंदगी शुरू करेंगे।" पुरवा ने बिना अमन की ओर देखे हुए बोली, "भाग कर सब से अपनी पहचान छुपा कर क्या हम खुश रह पायेंगे..! क्या हमारी पुरानी पहचान हमारा पीछा छोड़ देगी..? कब तक हम अपनी जन्मभूमि और अपने परिवार को भूल कर दूर रह पायेंगे..? दोनो ही धर्मों के लोग एक दूसरे