कटासराज... द साइलेंट विटनेस - 96

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भाग 96 अब आगे जाने की व्यवस्था करनी थी। विक्टर और अमन के साथ पुरवा बाऊ जी को बिठा कर वही पास में खड़ी थी। विक्टर लंबे सफर के बाद थका हुआ था। उसे रिटायरिंग रूम में जा कर आराम करना था। फिर उसे यही ट्रेन ले कर वापस लाहौर जाना था। पुरवा अमन और विक्टर से बोली, "आप दोनो जाइए। मैं आगे बाऊ जी को ले कर उधर की ट्रेन आने पर चली जाऊंगी।" पर उसकी कंप कपाती आवाज से अकेले सफर का डर साफ बयां हो रहा था। अमन अगर साथ जाता तो संभव है दस घंटे में