कटासराज... द साइलेंट विटनेस - 94

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भाग 94 देश आजाद हो गया था, पर इसकी खुशी धूमिल पड़ गई बंटवारे के फैसले से। इस खबर को सुन कर कि देश का बंटवारा होने जा रहा है, जो उत्पात दंगाइयों ने कुछ दिन पहले मचाया था, फिर से उसकी पुनरावृति की प्रबल संभावना बन रही थी। विभाजन चाहने वालों और ना चाहने वालों के बीच खाई बढ़ती ही जा रही थी। कुछ जिन्ना की विचार धारा के समर्थक को अपना अलग देश हर कीमत पर चाहिए ही था। वो तो पा ही लिया था। पर अब वो पहले की तरह मिल जुल कर रहने को राजी नहीं