भाग 86 करीब एक घंटे बाद खाना तैयार हो जाने पर जरीना ने सबसे पहले अपनी बेवा सास को खाना परोस कर दिया। रोज का ही नियम था वो पहले उन्हें देती थी। दोनो बच्चे भी उन्ही के साथ बैठ कर थोड़ा ज्यादा जो भी उनका दिल करता था खा लेते थे। फिर उन्हीं के साथ सो भी जाते थे। वैसे जरीना अपनी सास की बहुत खिदमत करती थी एक अच्छी बहू की तरह। उनका बहुत अदब भी करती थी। पर जिस दिन बख्तावर किसी लड़की को ले कर आता उस दिन फरमाबरदार बहू का चोला उतार कर जितनी जली