भाग 80 सब सामान संजो कर रखने के बाद अशोक भी आराम करने लेट गए। पर पुरवा की कर आराम करने की बजाय गुड़िया के पास चली गई। गुड़िया मुन्ना को गोद में लिए पुरवा से बातें कर रही थी तभी अमन आ गया और गुड़िया की गोद से मुन्ने को लेते हुए उससे बोला, "गुड़िया मैं मुन्ना को संभालता हूं, जाओ तुम मेरे लिए एक गिलास पानी लेते आओ। प्यास लगी है।" "अभी लाई भाई जान।" कह कर पुरवा पानी लाने चली गई। अमन पुरवा की जो उपन्यास लाया था, उसे ले कर आया और उसे पकड़ाते हुए बोला,