भाग 68 आगे आगे भूंजी थी और पीछे सलमा और साजिद थे। ओढ़गाए हुए दरवाजे पर हल्की सी दस्तक दे कर भूंजी और सलमा साजिद ने कमरे में दाखिल हुए। सलमा ने कमरे में दाखिल होते हुए कहा, "मैने सोचा सब साथ ही बैठते है।" उर्मिला ने अपने बगल में रक्खा सामान हटाया और सलमा को बैठने को कहा। साजिद बगल में रक्खी कुर्सी पर बैठ गए। भूंजी ने सब को अपनी खास हरी चाय थमा दी। साथ ही नानी की पूरी कहानी उन्हें बताते हुए समझाने लगी, "अरे… अब मैं आपको क्या बोलूं..? आप दुल्हन की सहेली हैं तो