भाग- 16 अब तक आपने पढ़ा कि रौनक़ उस बन्द दरवाज़े के पास चला जाता है। उसे वहाँ वही आदमी नजर आता है जिस पर उसने गाड़ी चढ़ा दी थी। रौनक़ जान बचाकर भागने लगा। भागते हुए उसका पैर पत्थर से टकराया और वह धड़ाम से नीचे गिर गया। जैसे ही वह गिरा उसे लगा किसी ने उसके दोनों पैर पकड़ लिए। अपने आप को छुड़वाने की उसकी तमाम कोशिशें विफल हो गई। तेज़ विस्फ़ोट की आवाज़ के साथ वो बन्द दरवाज़ा खुल गया। तेज़ आंधी की तरह हवा चलने लगी और उस दरवाज़े से धूल भरा एक गुबार बाहर