भाग- 7 अब तक आपने पढ़ा कि जंगल में भटकते हुए स्टूडेंट्स को एक होटल दिखाई देती है। डरते -डरते सभी लोग धीमी गति से कदम बढ़ाते हुए उस आलीशान सी होटल के नजदीक जाते हैं। होटल के सभी कमरों की बत्ती बुझी हुई थीं। सिर्फ़ लॉबी, रिसेप्शन डेस्क और ऊपरी मंजिल का एक कमरा रोशनी से सराबोर था। मुख्य द्वार खुला हुआ था, पर वहाँ कोई दरबान नहीं था। रिसेप्शन डेस्क भी सुनी ही थी। जिस तरह से होटल अपना हाल बयाँ कर रही थी उसे देखकर किसी का मन गवारा नहीं कर रहा था कि होटल के अंदर