त्रियाची - 13

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भाग 13 त्रियाची महल से निकल कर बाहर की ओर आ जाता है। वहीं सुक्रा सोच में गुम हो जाती है। त्रियाची के पास एक सेवक आता है और कहता है राजे सेवक मगोरा आपसे मिलने के इच्छुक है। त्रियाची उसे राज महल में आने का कहकर राजमहल की ओर चल देता है। कुछ ही देर में मगोरा त्रियाची के सामने होता है।  त्रियाची- आओ मगोरा हमें तुम्हारा बेसब्री से इंतजार था। बताओ क्या सूचना लेकर आए हो पृथ्वी से ? क्या पृथ्वी पर शक्तिपूंज है ?  मगोरा- राजे धरती पर कदम रखते ही मुझे शक्तिपूंज के पृथ्वी पर होने