चिरयुवा बूटी - 6 - अंतिम भाग

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(6)  जतिवाद ड्रामाआम लोगो में जन जाग्रति फ़ैलाने के लिए मोहन ने कुछ युवाओ की टीम बनाई व देश के अनेक गावों व शहरों में नाटक प्रस्तुत करने के आयोजन करने का बीड़ा उठाया | नाटक प्रस्तुतिकरण जनजाग्रति की दिशा में एक सशक्त माध्यम है | ( दो प्रेमी युवक व युवती गांव से अँधेरी रात में भाग रहे हैं। ) युवकः हम अलग अलग जाति के हैं । हमारे संबंध से गांव वाले हमे मार डालेंगे। युवतीः जल्दी भागो । पास के शहर मे हम विवाह कर लेगे व सुख से रहेंगे। ( वे भागकर शहर मे आ जाते