जन्म-लीलानवद्वीप नगर में समस्त गुणों से विभूषित परम भक्तिमान एक ब्राह्मण निवास करते थे। उनका नाम श्री जगन्नाथ मिश्र था। उनकी पत्नी का नाम श्री शचीदेवी था। वे भी परम भक्तिमती और पतिव्रता नारी थी। उनके गर्भ से क्रमशः आठ कन्याओं ने जन्म ग्रहण किया, परन्तु वे सभी जन्म के थोड़े-थोड़े समय पश्चात् ही मर गयीं। इससे वे दोनों पति पत्नी बहुत ही दुःखी रहते थे। कालक्रम से श्रीशचीदेवी ने नौवीं बार एक बालक को जन्म दिया। बालक बहुत ही सुन्दर था। उसके शरीर से अद्भुत तेज निकल रहा था। वह स्वयं बलदेव जी का अंश था। एक बार जो