किशन सुबह ब्रह्म मुहूर्त की बेला में उठा और शाम के दिये बापू के आदेशों को याद कर बेचैन हो गया बापू ने शाम को किशन को समझाते हुए कहा था बेटा हम लोग गरीब है कोई रोजगार तो है नही सिर्फ थोड़ी बहुत खेती है जिसके कारण दो वक्त की रोटी मिल जाती है और खेती मेहनत श्रद्धा की कर्म पूजा मांगती है ।तुम्हारे ऊपर दोहरी जिम्मेदारी है एक तो एकलौते संतान होने के कारण खेती बारी में मेरा सहयोग करना और दूसरा मनोयोग से पढ़ना जिससे कि जो अभाव परेशानी मुझे अपने जीवन मे झेलनी पड़ी वह तुम्हे