चिरयुवा बूटी - 2

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(2)   डूबना मोहन हरिद्वार पर उतर गया । वहां गंगा नदी को दो भागों में बाँट दिया गया था । एक तरफ गंगा को बांध कर रखा था । उसे हर की पौउ़ी कहते हैं। नदी में बउ़ी संख्या मे लोग तैर रहे थे । नदी का प्रवाह बहुत तेज था | कुछ लोग नदी पर बने ऊँचे पुल से नदी में कूद रहे थे। मेाहन अच्छा तैराक था । अनेक लोगों को तैरता देख वह भी तैरते हुए नदी को पार करने का प्रयास करने लगा । आधी दूरी तक तो वह भारी प्रयास करके ठीक से नदी