मुजाहिदा - ह़क की जंग - भाग 14

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भाग. 14फ़िजा ने लजा कर अपनी रजामंदी दे दी थी। जिसे सुन कर तो शबीना निहाल हो गयी और उसने फौरन खान साहब को जाकर ये खुशखबरी सुनाई-"सुनिये, हमारी बेटी ने इस रिश्ते के लिये हाँ कर दी है।" शबीना ने खुश होकर ये खबर सुनाई।"आप सच कह रहीं हैं बेगम? हम जानते थे वो इस रिश्तें से कभी इन्कार नही करेगी। अल्लाह! तेरा बहुत-बहुत शुक्र है।" खान साहब भी अपनी खुशी को जाहिर करने से नही रोक पाये थे।"अब हमें तैयारियां शुरु कर देनी चाहियें। वक्त बहुत कम है। देख लेना ये वक्त भी पँख लगा कर उड़ जायेगा