ये कहानी लिखते समय मेरी आखों मेंसिर्फ़ आसू थे... हिम्मत हो ही नही रही थी...Lotus.एक बेबस बाप खुदकुशी से पहले अपनी बेटी सेखत के ज़रिए कुछ कह जाता हैंदफन थी वो इस सीने में दर्द मै अपने खोलूंगाइस खत के ज़रिए अंतिम दफा में सारी बातें बोलूंगाघर कुटुंब सगे संबंधी गांव ज्वार सब त्याग गईमर्यादा को लाग के किसके संग तू भाग गईयह कदम उठाते तुझे थोड़ी सी लज्जा नही आई किस जन्म मे मेने पाप किए इस जन्म में सजा पाईक्या कमी रही परवरिश में मेरी रानी की तरह तो पाला था लोगो का कहना है यहां बस यही