जैसे ही आकाश बोलता है कि मेरा काम छुट गया है वैसे ही मानो सबके पेरो तले जमीन खिसक जाती हैं। तभी आकाश की मां बोलती है, "बेटा तू ये क्या बोल रहा है"।तब आकाश बोलता है, "मां यही सच है"।तब आकाश की मां बोलती है, "बेटा मगर क्यो तू तो सेठ जी की जमीन पर अच्छा खासा काम कर रहा था"।तब आकाश बोलता है, "मां वो उन्होंने अपनी बेटी के दहेज में दे दिया है"।तब आकाश की मां बोलती है, "बेटा अब क्या होगा हमारा"।तब आकाश बोलता है, "मां मुझे खुद कुछ समझ में नही आ रहा है कि