जीवन सूत्र 261 ज्ञान नोखा के संचालन के लिए बुद्धि आवश्यकचौथे अध्याय के 36 वें श्लोक में भगवान श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन को ज्ञान नौका के संबंध में दिया गया निर्देश है। ज्ञान चर्चा में आचार्य सत्यव्रत विवेक से ज्ञान नौका की पात्रता के लिए बुद्धि के उचित प्रयोग और निरंतर अभ्यास की आवश्यकता पर बल दे रहे हैं।जिज्ञासा को आगे बढ़ाते हुए विवेक ने अगला प्रश्न किया।विवेक :गुरुदेव,लेकिन प्रारब्ध से मिले थोड़े भी पुण्य के सहारे अगर ऐसी कोई ज्ञान नौका किसी को मिल जाए तो भी क्या उनके सारे पूर्व पाप कर्म क्षमा करने योग्य हो सकते हैं?