अमन कुमार त्यगी अचानक मैंने एक बच्चे को ठोकर खाकर गिरते हुए देखा। मैं उसे संभालने के लिए तेजी से आगे बढ़ा किंतु मेरे संभालने से पहले ही वह सड़क पर धड़ाम से गिरा और उसके हाथ में मौजूद पॉलीथीन भी सड़क से टकराई। पॉलीथीन के सड़क से टकराने के बाद जो आवाज आई उससे प्रतीत हुआ कि उसमें रखा सामान टूट गया है। जब तक बच्चे को संभालता तब तक एक औरत भी वहां पहुंच गई। बच्चे को खड़ा कर मैंने पूछा- बेटा चोट तो नहीं लगी है?बच्चा सहम चुका था। बड़ी मुश्किल से वह जवाब दे पाया-नहीं