मूल लेखक - मुंशी प्रेमचंददुविधा में पड़ कर बोला - मगर सभी स्त्रियाँ मिस बटलर तो नहीं हो सकतीं?पुष्पा ने आवेश के साथ कहा - क्यों? अगर वह डॉक्टरी पढ़ कर अपना व्यवसाय कर सकती हैं तो मैं क्यों नहीं कर सकती?- उनके समाज में और हमारे समाज में बड़ा अंतर है।- अर्थात उनके समाज के पुरुष शिष्ट हैं, शीलवान हैं, और हमारे समाज के पुरुष चरित्रहीन हैं, लंपट हैं, विशेषकर जो पढ़े-लिखे हैं।- यह क्यों नहीं कहती कि उस समाज में नारियों में आत्मबल है, अपनी रक्षा करने की शक्ति है और पुरुषों को काबू में रखने की कला