प्रोफेसर सीवांग की स्थिति अब सामान्य थी,ब्लड प्रेशर बढ़ने के कारण अक्सर प्रोफेसर को इस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता था....,ध्रुव द्वारा फर्स्ट एड बॉक्स में रखी दवा खिलाने से प्रोफेसर का स्वास्थ्य अब सही हो चुका था....प्रोफेसर सीवांग ने अपनी अधूरी बात जारी रखी...."वह रात लगभग दस बजे का समय था जब टिम ली ने मेरे दरवाजे की डोर बेल बजाई, वह स्वंय को ठगा हुआ महसूस कर रहा था, उसे अहसास हो चुका था कि उसका निर्णय गलत था, हमारे देश की गवर्नमेंट ने उसकी योग्यता का इस्तेमाल एक अनैतिक कार्य के लिए किया था,यह बात