कहानी उस रात की है जब सुशांत अपनी नई नौकरी के लिए शहर से दूर एक छोटे से गांव में रुका था। वहाँ पहुँचते ही उसने देखा कि वहाँ कुछ अलग है। उस छोटे से गांव में लोग ना सिर्फ अपने आप में बहुत मेहनती थे, बल्कि उनमें कुछ अलग था जो सुशांत ने कभी नहीं देखा था।एक रात, जब सुशांत अपनी कमरे में सो रहा था, उसने अपने पड़ोसी की घड़ियों की आवाज सुनी। वह उठा और देखा कि उसके पड़ोसी एक साधु हैं। सुशांत के मन में बहुत से सवाल थे जो उसने साधु से पूछने का फैसला