दैनंदिन जीवन की सामान्य घटना हो या संसार की कोई महत्त्वपूर्ण घटना हो, हम उनकी आपस में तुलना करते ही हैं। उनके बीच फर्क क्या है, इसे हम स्पष्ट समझना चाहते हैं। यही तत्त्व भूतकाल एवं वर्तमान काल में कार्यरत व्यक्तियों के लिए भी लागू होता है। ऐसी तुलना से किसी घटना अथवा व्यक्ति की अद्वितीयता को प्रत्यक्ष समझने का मौका मिलता है।शिवाजी महाराज कितने अद्वितीय थे? आइए, महाराज का मूल्यांकन करें। जैसा कि इस ग्रंथ के प्रकरणों से स्पष्ट होता है—● डेविड एवं गोलिएथ।● थर्मोपीली एवं लिओनिडास।● महान् पलायन।● ट्रॉय का घेरा।● चीन की दीवार जैसी पर्वतीय किलों की