जिद है तुझे पाने की - भाग 5

  • 5.3k
  • 2.4k

संध्या इस वक्त सिर झुकाए चुपचाप अपने सारे फ्रेंड्स के सामने खड़ी थी और वो सब अपने हाथ बांधे उसे गुस्से में ऐसे देख रहे थे जैसे वो अभी अभी कोई क्राइम करके आई है. “तो तुम ये कहना चाह रही हो कि वरुण रस्तोगी... जिसपर यहाँ की सारी लड़कियां मरती हैं... जिससे फ्रेंडशिप करने के लिए यहाँ का हर स्टूडेंट बेताब है उसने खुद आगे बढ़कर तुमसे फ्रेंडशिप की है?” आकाश ने उसे गुस्से से घूरते हुए पूछा. संध्या ने बिना कुछ बोले बस हाँ में अपनी गर्दन हिला दी. वरुण के पास से वापस आने के बाद समीरा,