मीठी बहुत खुस है, उसके पापा को शादी की तारीख पक्की होने जा रही है पर एक तरफ उसके पापा के मन में चल रहे बह अजीबो गरीब सवाल जिसका अच्छा हो या बुरा दोनों जबाव रश्मि ही है। रश्मि का व्यवहार ही शरद के मन के सवालों का जबाव होगा पर उसके लिए शरद अपने बच्चों को तकलीफ नही देना चाहते पर बह अपने बड़े भाई साहब को माना करने की हिम्मत नही जुटा पा रहे, शरद नीचे आते हैं, मीठी अपने पिता को देख चिल्ला कर कहती है। पापा आ गए पापा आ गएबड़ेभाई साहब" आओ शरद यहां